एलएसी पर बफर जोन जैसी कोई स्थिति होने से इनकार करते हुए कहा कि उत्तरी सीमा पर भारतीय सैनिकों की तैनाती मजबूत है और हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम ही नहीं तैयार भी हैं। सेना चीफ ने कहा कि सीमा पर अभी भी स्थिति संवेदनशील है। हालांकि सरहद पर दोनों तरफ से स्थिति अभी भी स्थिर है। संजय मिश्र, नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवदी ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर अभी कुछ गतिरोध बरकरार रहने की बात कहते हुए साफ कहा है कि उत्तरी सीमा पर तैनात सैनिकों की संख्या में अभी सेना कोई कटौती नहीं करेगी। चीनी सीमा पर भारतीय सैनिकों की तैनाती मजबूत: सेना प्रमुख एलएसी पर बफर जोन जैसी कोई स्थिति होने से इनकार करते हुए कहा कि उत्तरी सीमा पर भारतीय सैनिकों की तैनाती मजबूत है और हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम ही नहीं तैयार भी हैं। सेना प्रमुख ने वर्तमान सैन्य गतिरोध का हल निकालने के लिए भारत-चीन के बीच अलग-अलग स्तर के संस्थागत प्रक्रिया के जरिए बातचीत के प्रयासों को जारी रखने की वकालत की और कहा कि सीमा पर सैनिकों की तैनाती की कोई भी समीक्षा इसकी प्रगति पर ही निर्भर करेगी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को स्पेन के विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बेरेस के साथ व्यापक चर्चा की। दोनों नेताओं के बीच व्यापार निवेश रक्षा सुरक्षा शहरी विकास रेलवे हरित हाइड्रोजन जलवायु और लोगों के बीच संबंधों समेत द्विपक्षीय साझेदारी पर वार्ता हुई। जयशंकर ने कहा कि दोनों पक्षों ने खेल और सतत शहरी विकास पर स्पेनिश पक्ष के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। पीटीआई, मैड्रिड। विदेश मंत्री के रूप में स्पेन के अपने पहले दौरे पर सोमवार को मैड्रिड पहुंचे एस. जयशंकर ने अपने स्पेनी समकक्ष जोस मैनुएल अल्बरेस के साथ क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि भारत यूरोपीय संघ के साथ घनिष्ठ साझेदारी के लिए प्रयासरत है और भविष्य में भूमध्यसागरीय क्षेत्र में इसकी उपस्थिति और अधिक स्पष्ट होगी। रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों ने रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में कुछ बहुत उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। भारत, स्पेन के साथ अपने रक्षा और सुरक्षा सहयोग को और बढ़ाने के लिए तत्पर है।